हरिहर काका के मामले मे गाँव वाले की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे?

गांव वाले हरिहर काका के मामले में उनके भाइयों के उनके प्रति क्रूरतापूर्ण व्यवहार के बारे में अपनी विभक्त या बंटी हुई राय रखते थे। ऐसा उनका अपने-अपने परिवारों में अपनी अलग-अलग स्थिति होने के कारण था। कई परिवारों में हरिहर काका जैसे वृद्ध सदस्य थे। ऐसे परिवारों के बहुसंख्यक सदस्य काका के प्रति किये गये उनके भाइयों के व्यवहार को उचित मानते थे। उनकी ऐसी सोच का कारण स्पष्ट रूप से हमारी समझ में आता है। ऐसे लोग भी काका के भाइयों की तरह अपने-अपने परिवार में उपस्थित काका की तरह के सदस्यों के प्रति काका के साथ हुए व्यवहार को दोहराने के समर्थक थे और उनके प्रति वैसे ही व्यवहार करने के इच्छुक थे। इसी कारण वे लोग काका के प्रति उनके भाइयों के व्यवहार को उचित मान रहे थे।

महंत और उनके लोगों द्वारा काका के प्रति क्रूरतापूर्ण व्यवहार के मामले में भी हम गांव के लोगों की राय को बंटा हुआ पाते हैं| इस प्रकरण में भी लोग दो तरह की राय रखते थे पहला कुछ लोग महंत एवं उसके आदमियों के द्वारा काका से साथ किये गए व्यवहार का समर्थन करते थे जबकि एक दूसरा वर्ग भी था जो महंत एवं उसके आदमियों द्वारा काका के साथ किये गए व्यवहार को गलत मानता था|


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